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पति के दोस्त ने शराब पिलाकर मुझे चोदा पूरी रात EP 2

नमस्ते मित्रो, मैं मधु आज आप सभी हिन्दी सेक्स स्टोरी पढ़ने वालों को साथ मेरे साथ हुई एक साथ कि घटना बताने वाली हूँ। मैंने भी बहोत सी हिन्दी सेक्स स्टोरी पढ़ी तो सोची मैं अपनी एक रोमांचक कहानी बतानी चाहिए। ये कहानी मेरे और मेरे पति के दोस्त के बारे में जिसमे मेरे पति के दोस्त ने मेरी चूत मार ली।

तो कहानी ये आज से कुछ महीनों पहले की है। मेरी नई नई सदी हुई थी। मेरी सादी बिहार के छपरा जिले में हुई थी। मैं अपने पति के खूब ख़ुशी से रह रही थी। मेरे पति एक कंपनी में काम करते थे। एक दिन मेरे पति ने कहा कि तुम अपना और मेरे बैग पैक कर लो हम 2 दिन के लिए दिल्ली जा रहे है। वो बोले कि काम के सिलसिले में मुझे वहाँ जाना है। तो चलो दोनो साथ मे घूम भी लेंगे।

हमे अगले सुबह दिल्ली के लिए निकलना था।। मैंने रात को सारी पैकिंग कर ली। तभी मेरे पति अपने के दोस्त से बात कर रहे थे और बोल रहे थे कि कल शाम तक हम आ जयंगे। मैंने पूछा वहाँ किसी के यहाँ जान है। तो वो बताए कि वहाँ मेरा एक दोस्त रहता है हम उसी के फ्लैट पे रह लेंगे। बहोत दिनों से उससे मिला भी नही हूँ। साथ मे होटल का खर्च भी नही लगेगा।

हम सुबह सुबह दिल्ली के लिए चल दिये। हम समय से पाउच गए और थक गए थे इसलिए सीधा उनके दोस्त के घर चले गये। पति के दोस्त अपने फ्लैट में अकेले रहते थे। उन्होंने हमरा स्वागत किया हम साथ मे खाना खये और मेरे पति ने अपने दोस्त से बात कर रहे थे।मेरे पति के जो दोस्त थे वो मुझसे मज़क कर रहे थे और मेरु ओर अजीब नज़रो से देख रहे थे। जौसे की नज़रों से ही खा जये। उसने मेरे मेरा पति को ये भी बोला कि भाभी तो बहोत अच्छी है। लेकिन तूने अपनी सादी की पार्टी नही दी। आज हो जये 2-2पैक, मेरे पति ने भी कहा हा भाई जरूर बिहार में तो नसीब नही होता है। आज जी भर के पियूँगा।

बिहार में कुछ दिनों से दारू बंदी होने के कारण मेरे पति दारू पीने को बेताब थे। वो मुझसे बोले कि तुम आराम करो मैं कुछ देर में आता हूँ। वो अपने दोस्त के साथ दारू पीने लगे और मैं रूम में आराम कर रही थी। उन दोनों को पीते हुए 12 बज चुके थे लेकिन मेरे पति रूम में नही आये तो मैं उन्हें देखने गयी। मेरे पति तो बेहोश परे हुए थे। उन्होंने उस दिन कुछ ज्यादा ही पी ली थी। लेकिन उनके दोस्त होश में थे।

मैंने बोली कि आप इन्हें रूम तक छोर दो। मैं और उनके दोस्त मेरे पति को उठा के रूम में ले जाने लगे। मेरे पति को बिल्कुल होश नही था। उन्हें हमने जैसे तैसे रूम में ले जाके लेता दिया। वो जोहि बेड पे लेते की मेरी साड़ी की पल्लू उनके नीचे दब गयी। मैं अपनी साड़ी कीच रही थी और उनके दोस्त की नज़र में चुचियो पे थी। क्योंकि मैंने डीप नेक ब्लाउज पहना था। तो मेरी चुचियो की आकर साफ दिख रही थी।

वो मेरे बगल में आये और मेरी सारी को किचा दिया। मुझे लगा वो मेरी को देंगे लेकिन वो तो मेरी सारी को उतारने लगे। मै बोली ये क्या कर रहे मैं उनसे छूटना चाही की मेरी सारी पूरी खुल गयी और उन्होंने मेरी सारी खोल दी मैं उनके सामने ब्लाउज पेटिकोट में खड़ी थी। तभी वो अपने जीन्स के चैन को खोल के अपना लण्ड निकाल दिया। मैं उसी समय समझ गई कि आज ये मुझे चोदने वाला है। उनका लण्ड देख तो मैं हका बक्का रह गयी।

मेरे पति के लण्ड से भी लंबा और मोटा लण्ड था। मैंने भी सोचा नही था ऐसा लण्ड भी होता है। वो मेरी ओर आये और मुझे चूमने लगे। मैं चटपट कर रही थी लेकिन वो नसे में चूर मुझे चूमे जा रहे थे। उनके अन्दर की हवस जग गयी थी जोकि मेरे ऊपर मिटने वाली थी। वो मुझे बेड पे धका दिए और मेरे ऊपर पेट गए। मेरी ब्लाउज उसने एक बार मे सारे बटन तोर दिया। मेरी ब्रा के ऊपर से मेरी चुचियो को दबाने लगे। मुझे अजी से होने लगा था। उनका लण्ड मेरी चूत की दरार में था।

उसने मेरी पेटिकोट को उठा के मेरी पेंटी कीच दी। मेरी ब्रा में से मेरी चुचियो को निकाल के चुसने लगें। मैं अब उनके साथ मदहोश होती जा रही थी। मेरे अंदर भी हवस की आग जल रही थी। वो उठे अपनी पैंट को खोल दिये। और मेरी टैंगो को उठा दिए और मेरी चूत के अंदर2 अपना लण्ड पेल दिया। मुझे हल्का दर्द हुआ क्योंकि इतना मोटा लण्ड मेरी चूत में पहली बार गया था।

लेकिन उनके कुछ झटके लगाने के बाद मुझे अच्छा महसूस हुआ। वो अपने पूरे जोश के साथ मुझे पेल रहे थे। मैं अपने पति के बगल में लेती हुई उनके दोस्त से चुद रही थी। वो अब मेरी सारे कपड़ो को खोल चुके थे और मुझे चोदने में लगे हुए थे। मैं तबतक झर गई थी लेकिन वो रुके नही थे उसके बाद उन्होंने मुझे घोड़ी बना दिया और पीछे से मेरी चूत मारने लगे। कुछ देर के बाद वो मेरी चूत में झर गए।

मुझे उस चुदाई से सुकून मिला था। आज तक मेरी ऐसी चुदाई कभी नही हुई थी। वो बाथरूम में पेशाब करने गए तबतक मैं वैसे लेती रही। वो पीछे से आके मेरी चुचियो को दबाने लगे और बोल रहे थे भाभी जान आप बहोत मस्त हो। आज आपको चोद के मज़ा आ गया है।
वो मुझे उठाए मैं समझ गयी कि फिर से मेरी चूत मारने वाले है ये।

लेकिन वो एक झटके में मेरे गांड में अपना लण्ड दाल दिए। मुझे तो ऐसा लगा कि कोई गर्म लोहा मेरी गांड में चल गया है। मुझे बहोत जोर का दर्द हुआ। आज तक मैंने कभी गांड नही मरवाई थी। जोकि मेरे पति के दोस्त जे मेरी मार ली। वो बिना कुछ सोचे धके दिए जा रहे थे। उनके हर एक झटके से मेरा मुह खुल जा रहा था। वो मेरी बालो को पकड़ के धके लगा रहे थे। उन्होंने मेरी 20 मिनट तक गांड मारी और वो मेरी गांड में ही झर गए।

मेरी कमर में बहोत दर्द हो रहा था। वो नशे में थे और मेरी गांड में डाल के सो गए। थोरे देर बाद मैंने उनके लण्ड को निकला और अपने कपड़े पहने फिर मेरे पति को कोई सक न हो इसलिए मैंने उनके दोस्त को भी पैंट पहना दिया। वहा से मैं सोने चली गयी। अगली सुबह मुझे चलने में नही हो रहा था। मेरे पति ने पूछा तो बोल दिया कि कल रात आपको रूम में लाने में लग गयी थी। उनके दोस्त के चेहरे पे हसी थी।

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